आज लखनऊ से हमारी यात्रा का चौथा दिन था....पर सच पूछो तो पहला क्योंकि तीन दिन तो हम अधिकतर सफर में चलते ही रहे थे...आज सुबह 7:15 पर हम तैयार थे ।जैसे ही बच्चों को पता चला हम आज Dizzee World amusement park पार्क जायेंगे उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा....लेकिन मुश्किल ये थी कि पार्क 10:30 पर खुलता फ़िर तो टाइम बहुत जाया होता....मैंने प्लान अगले पार्क के लिये बढ़ाया तो मेरा बेटा राजवंश जिसे प्यार से हम सब वैभव (बेबो) बुलाते हैं...निराश हो बेड पर धडाम से गिरा जबकि मैं चिढ़ा रहा था....हम बच्चों को घुमाने भी तो लाये हैं....।
चेन्नई की इस रोड से east coast रोड के लिये हमें गलियों से गुजरना पड़ा एक गली में दो लोग बैलगाड़ी पर रखकर पौधे बेचरहे थे ।हमनें उनकी फोटो ली उनमें से एक ने मुस्कुरा कर पैसे मांगे ..बीस का नोट दे हम आगे बढ़े और चेन्नई से महाबलीपुरम रोड पर आ गए यही रोड ईस्ट कोस्ट रोड कही जाती है।सुबह का टाइम था तो रोड पर ट्रैफिक कम था पर चेन्नई तो चेन्नई है ये तमिलनाडु की राजधानी होने के साथ ही
जनसंख्या के लिहाज़ से भारत का चौथा और विश्व के चालीस बड़े शहरों में शामिल है। बंगाल की खाड़ी से कोरोमण्डल तट पर स्थित चेन्नई बड़े सांस्कृतिक, आर्थिक और शैक्षिक केंद्रों में से एक है ।रिपोर्टों के अनुसार ये भारत का सबसे सुरक्षित शहर है
विदेशों पर्यटकों की संख्या के हिसाब से विश्व के दस बड़े शहरों में शामिल है ।बंगलोर के बाद ये IT सेक्टर ,सॉफ्टवेयर, सूचना प्रौद्योगिकी का दूसरा सबसे बड़ा शहर है ।ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का एक तिहाई से ज्यादा अकेले चेन्नई में होता है स्वास्थ्य सम्बंधी उद्योग बहुतायत में हैं। इसी कारण इसे दक्षिण एशिया का डेट्रॉएट भी कहा जाता है।नेशनल ज्योग्राफिक ने चेन्नई के भोजन को दुनिया में दूसरा सबसे अच्छा स्थान दिया है ।यहाँ दो बंदरगाह है जिसमें चेन्नई पोर्ट विश्व के बड़े कृतिम बंदरगाहों में से एक है ।यहाँ डबल डेकर बस भी चलती हैं बड़ी बड़ी इमारतों की अंतहीन श्रृंखला ही इसे महानगर की श्रेणी में रखती है ।तो कहने की बात ये थी कि यहाँ का कम ट्रैफिक भी बहुत होता है ।एक जगह काफी भीड़ थी पुलिस की मौजूदगी बता रही थी शायद कोई बड़ी घटना थी ।
मस्त इन्सान तमिल के अन्ना
चेन्नई की गलियाँ
चेन्नई की शानदार इमारत
यही कोई घटना थी |
हिलोरें मारता सागर हमारे ठीक सामने था......
प्रकृति की ये अनमोल चीजें कितनी खूबसूरत होती है न...ये आसमान... तितली...फूल...पौधे...पेड़...पानी...नदियाँ..
पर्वत...झरने...शबनम...बारिश...बादल...
धरती जंगल और....सागर....आदि !!सागर जिसके सामने
कुछ भी तो नहीं टिकता...बेहिसाब पानी...जहाँ तक नज़र जाये....लहरें और पानी....कितनी भी बड़ी दूरबीन हो...कोई अंत नहीं दिखता...अनंत सागर....और मस्त हवा के झोंके........!!
दिन बन गया.....क्या बात थी....बीच पर कुछ लोग ही थे...दूर मछुवारे नाव में बैठ मछलियों के शिकार में ,तो किनारे पर कौवे केकड़ों के शिकार में व्यस्त थे ।और अजय भी भाभी के साथ ।
हम भी फोटोग्राफी में जुट गये.......बेटे के साथ ही आज मैडम का भी फ़ोटो सेशन हो गया बेहतरीन cliks...और फ़िर चल दिये क्यों कि हमें बहुत आगे जाना था और सागर कई बार मिलना था....।
हम किसी से कम नहीं |
काश कोई और पक्षी होता |
सागर के बीचमें |
गोल्डन बीच चेन्नई |
किंगफिशर |
वैभव की मस्ती |
माँ बेटा |
10 बजे हम Dizzee
World में थे....ओहो यहाँ तो बहुत भीड़ पहले से ही थी ...शायद संडे जो था....800 का जम्बो टिकट था जिसमें फ्री वाले सब activity कर सकते थे...टिकट के लिये लम्बी लाइन थी.....यहाँ एक pond में कमल के फूल थे जिनके पास ही दो प्यारी सी जुड़वां बच्चिया थी
जैसे ही gate खुला सब बारी बारी से अंदर जाने लगे...अंदर super trooper (बड़े झूले )को देख अजय भाई की बेटी ,वेणु ने मना कर दिया....कि उसे चक्कर आ जायेंगे...मेरी वाइफ सुषमा भी किनारे हो ली...अजय भाई भाभी सहित...पहले ही बैठ गये....बेटा लगा रहा लाइन में....मुझे झूले में कोई इंटरेस्ट था ही नहीं कभी....मैं तो कैमरे में ही लगा था.....लम्बी लाइन थी....देर लगती देख मैंने चाय बिस्किट ले लिये....
पर आगे ही सब लगे थे तो मैंने बेटे से कहा पीछे चलो वहाँ कम भीड़ दिख रही है...
और निर्णय ठीक था...बेटे ने एक दो amusement rides का मजा लिया फ़िर तो वेणु और सुषमा भी शुरू हो गयी....
आगे बढ़ते गये... टाइम का पता ही नहीं चला तभी अजय भाई का फोन आया...कि कितना टाइम लगेगा...मेरे मुँह से निकला शाम तक न ख़त्म होने ये.....
फ़िर भी मैंने कहा एक बजे निकल लेंगे....
बेटे से बोला जो अच्छे Slides हो वो करलो चाचू चलने को बोल रहे तो वो बस पापा roller coaster और एक पास में ही revolution और फ़िर 5D और जल्दी-जल्दी बता एक झूले में लग गया.....
Rolling Thunder
Roller coaster निसंदेह लाजवाब था....ये double loop था मतलब दो बार सिर नीचे हो जाता है
इसकी लम्बी लाइन थी.... किसी और ने हिम्मत नहीं दिखायी बस बेबो ही घुस गया लाइन में....और इधर उधर से निकलते हुए...काफी आगे तक पहुँच गया जहाँ जाम था....एक बार में उस ट्रेन में 24 लोग बैठ सकते थे....5 मिनट लग रहे थे 5वी बारी में उसने भी ride कर लिया......फ़िर revolution में लग गया हमने तब तक नाश्ता ले लिया था 12:30 हो चुके थे...
सुपर टुपर |
Twin बेबी |
दिन दुनिया से बेफिक्र मस्त बचपन |
Water coaster देख बेबो का मन ललचा गया पर....not much time ..!!
फ़िर 5D के टिकट लिये...ये अलग से होते हैं....उसने पूछा भी मिरर शो और devil house के एक साथ लेने पर सस्ते पडेंगे पर मैंने...सिर्फ 5D के ही लिये....
बच्चे लाइन में लगे थे तो हमारा जल्दी नम्बर आ गया....
सिक्किम यात्रा में नामची चार धाम मंदिर में हमने दोस्तों संग 3d शो देखा था मजा आया था तो यहाँ भी मैंने देखा
....चश्मा लगाये नज़र स्क्रीन पर रखो और रोमांचक...हंसाती हुई डराती हुई...काल्पनिक उड़ान के मजे लो.....
फ़िर 5D के टिकट लिये...ये अलग से होते हैं....उसने पूछा भी मिरर शो और devil house के एक साथ लेने पर सस्ते पडेंगे पर मैंने...सिर्फ 5D के ही लिये....
बच्चे लाइन में लगे थे तो हमारा जल्दी नम्बर आ गया....
सिक्किम यात्रा में नामची चार धाम मंदिर में हमने दोस्तों संग 3d शो देखा था मजा आया था तो यहाँ भी मैंने देखा
....चश्मा लगाये नज़र स्क्रीन पर रखो और रोमांचक...हंसाती हुई डराती हुई...काल्पनिक उड़ान के मजे लो.....
नामची में पुरा स्टेज था जो साथ हिलता था
यहाँ चेयर पर बेल्ट से बँधे थे हम
चेयर ऊपर नीचे हो रही थी....ऊपर से तेज प्रेशर से हवा ....धुंवा....
मजा आ गया...
बाहर निकले तो बच्चो की devilhouse और मिरर शो की माँग सामने थी....
टिकट लिये जो अब महँगे पड़े थे...साथ में लेने पर छूट थी....
मिरर शो तो कुछ खास बताने लायक नहीं था...पर devilhouse (भूतहा घर )में आदमी को एक बार जरूर जाना चाहिये....
सामने अगर असली भूत भी आ जाये तो आपको डर नहीं लगेगा.....
बच्चे पहले तो नहीं डरे पर एक स्पॉट पर अचानक चीख सुनकर पीछे पीछे चलने लगे......!!
बाहर निकले तो छोटे छोटे बच्चों को पानी में मस्ती करते देख याद आया कि
वॉटर स्पोर्ट्स और न जाने क्या क्या रह गया......!!
पर फ़िर कभी...45 एकड़ के पार्क को घूमने के लिये भी 3 घंटे नाकाफी थे ।
यहाँ चेयर पर बेल्ट से बँधे थे हम
चेयर ऊपर नीचे हो रही थी....ऊपर से तेज प्रेशर से हवा ....धुंवा....
मजा आ गया...
बाहर निकले तो बच्चो की devilhouse और मिरर शो की माँग सामने थी....
टिकट लिये जो अब महँगे पड़े थे...साथ में लेने पर छूट थी....
मिरर शो तो कुछ खास बताने लायक नहीं था...पर devilhouse (भूतहा घर )में आदमी को एक बार जरूर जाना चाहिये....
सामने अगर असली भूत भी आ जाये तो आपको डर नहीं लगेगा.....
बच्चे पहले तो नहीं डरे पर एक स्पॉट पर अचानक चीख सुनकर पीछे पीछे चलने लगे......!!
बाहर निकले तो छोटे छोटे बच्चों को पानी में मस्ती करते देख याद आया कि
वॉटर स्पोर्ट्स और न जाने क्या क्या रह गया......!!
पर फ़िर कभी...45 एकड़ के पार्क को घूमने के लिये भी 3 घंटे नाकाफी थे ।
गेट पर ही अजय भाई आराम करते मिले बाहर एक औरत कोई सफेद पेय पदार्थ लिए बेच रही थी पर बता नही पायी कि क्या है तो हम चल दिये क्रोकोडाइल बैंक की ओर
आराम बड़ी चीज़ है |
सफ़ेद सा पेय पदार्थ बेचती औरत |
चल पड़े क्रोकोडायल बैंक की ओर...
1:45 पर हम क्रोकोडाइल बैंक पर थे 8.5 एकड़ में बनी यह भारत की सबसे बड़ी मगरमच्छ सेंचुरी है भारत मेक्सिको और अफ्रीका के 14 तरह के मगरमच्छ यहाँ
1:45 पर हम क्रोकोडाइल बैंक पर थे 8.5 एकड़ में बनी यह भारत की सबसे बड़ी मगरमच्छ सेंचुरी है भारत मेक्सिको और अफ्रीका के 14 तरह के मगरमच्छ यहाँ
.. यह भारत का बड़ा मगर प्रजनन केन्द्र है...ज्यादातर सो रहे थे जिन्हे देख बच्चे खुश थे....हमने तो घाघरा की सहायक गेरुआ नदी में सुमित मोनू आशीष संग
मोटर बोट के खुले में विचरण करते भयानक घड़ियाल बिल्कुल पास से देखे हैं तो सामान्य लगा ... बड़े से कई तरह के कछुए....पर आज के स्टार तो स्टार कछुआ ही थे और भी अन्य जानवर थे..जिनमे एक lizard थी जो बार बार बाड़े में पड़ी लकड़ी के ऊपर आकर नीचे कूदती थी !!
यहाँ सांपों का भी एक हॉउस है जहाँ Anti-venom (साँप काटने की दवा )
भी बनायी जाती है...
भी बनायी जाती है...
हरा अनाकोन्डा..देख बहुत मजा आया उस पर जब अजय भाई ने मजाकिया अंदाज़ में कहा....भाई बिल्कुल असली लग रहा तो पास के पर्यटक गौर से देखने लगे फ़िर बोल पड़े ...भाई असली ही है.....हम हँसने लगे...।
यहाँ से हैट खरीदकर हम महाबलीपुरम के लिये चल दिये ।
आगे नहीं आना |
लिजार्ड |
बार बार यही आऊंगा |
बंजी जम्पिंग |
स्टार कछुवे |
सबसे बड़ा तो मैं |
बहुत गर्मी है भाई |
संग्रहालय |
संग्रहालय |
अच्छा विवरण तो है भाई,उसमें कोई कमी नहीं है।
ReplyDeleteलेकिन दो स्थलों को, दो पोस्ट में दिखाओ,
एक में मिक्स मत करो, ज्यादा लम्बी पोस्ट की जगह दो पोस्ट बेहतर रहती है।
आगे से ऐसा ही करूँगा भाई जी ।
ReplyDeleteआभार
शानदार यात्रा विवरण बहुत ही अच्छा लगा पढ़कर फोटो भी मस्त है
ReplyDeleteअगले भाग का इंतज़ार रहेगा
धन्यवाद लोकेँद्र भाई
Deleteबढ़िया संतोष भाई और फटॉग्रफी भी बेस्ट,
ReplyDeleteBasant bhai thanku
Deleteबढिया मिश्राजी फोटो भी जबरदस्त हैं।
ReplyDeleteanil bhaiya thanku
Deleteबढ़िया सन्तोष भाई .....
ReplyDeletethanku bhai ji
Deleteकाफ़ी बेहतर लिखा है इस बार .. चार बात
ReplyDelete१- पोस्ट पूर्णत कोशिश करो हिंदी में लिखने की
२- थोड़ा लम्बा पोस्ट है इस बार , इसको थोड़ा छोटा करे
३- पोस्ट के बीच में एक-२ फ़ोटो लगाए जिसमें कैप्शन भी होना चाहिए और वो फ़ोटो जिस समय का आप वर्णन कर रहे हो उसी समय की हो जिससे पड़ने वाला ज़्यादा आसानी से समझे और अपने को वही महसूस करे
४- बाक़ी ७-१० फ़ोटो लास्ट में लगाइए
ये मेरी राय है अपने छोटे से तजुरबे से
जी sunny भाई
Deleteअभी नये हैं ...सुझाव से ही सीखेंगे ।
आगे से ध्यान रखेंगे ।
खूबसूरत यात्रा वर्णन.....
ReplyDeleteधन्यवाद महेश भाई
Deleteखूबसूरत यात्रा वर्णन.....
ReplyDeleteएक बार फ़िर से धन्यवाद भाई
Deleteजैसा लिखते हो लिखते रहो ।अपनी वास्तविकता बनाये रखो वैसे जोरदार वर्णन है लगातार पढ़ रही हूं उसी से समझ आता है।
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